मध्यप्रदेश की महिलाओं के लिए खुशखबरी! लाड़ली बहना योजना ने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने का सपना सच कर दिखाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में इस योजना ने अब तक 35,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि महिलाओं के बैंक खातों में पहुंचाई है।
यह योजना न सिर्फ पैसों की मदद देती है, बल्कि महिलाओं को सम्मान और आत्मनिर्भरता भी दे रही है। आइए, आसान शब्दों में समझें कि यह योजना क्या है और यह कैसे काम करती है।
लाड़ली बहना योजना क्या है?
लाड़ली बहना योजना मध्यप्रदेश सरकार की एक खास स्कीम है, जो महिलाओं को हर महीने आर्थिक मदद देती है। इसकी शुरुआत 2023 में हुई थी, और तब से यह लाखों महिलाओं की जिंदगी बदल रही है।
पहले महिलाओं को 1000 रुपये हर महीने मिलते थे, लेकिन अब यह राशि बढ़कर 1250 रुपये हो गई है। यह पैसा सीधे उनके बैंक खाते में जाता है, ताकि वे अपनी छोटी-बड़ी जरूरतें पूरी कर सकें।
23वीं किस्त: 1.27 करोड़ महिलाओं को मिला तोहफा
10 अप्रैल 2025 को मंडला जिले से मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहना योजना की 23वीं किस्त जारी की। इस बार 1.27 करोड़ महिलाओं के खातों में 1250 रुपये की राशि भेजी गई, यानी कुल 1552.38 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए।
यह राशि महिलाओं को अपनी जरूरतों, जैसे घर का सामान, बच्चों की पढ़ाई, या छोटे-मोटे खर्चों के लिए इस्तेमाल करने में मदद करती है।
हर महीने रक्षाबंधन जैसा जश्न
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, “राखी का त्योहार साल में एक बार आता है, लेकिन हमारी सरकार हर महीने लाड़ली बहनों के लिए रक्षाबंधन जैसा उत्सव मनाती है।
यह बात उन्होंने मंडला के एक कार्यक्रम में कही, और यह सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुई। इसका मतलब है कि सरकार हर महीने महिलाओं को सम्मान और आर्थिक मदद देकर उनके चेहरे पर मुस्कान लाना चाहती है।
मंडला में खास कार्यक्रम
मंडला जिले के टिकरवारा में एक बड़ा कार्यक्रम हुआ, जहां मुख्यमंत्री ने न सिर्फ लाड़ली बहना योजना की राशि ट्रांसफर की, बल्कि कई और काम भी किए। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के तहत 1100 जोड़ों के सामूहिक विवाह में हिस्सा लिया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
मंडला को जनजातीय इलाके का खूबसूरत जिला बताते हुए उन्होंने कान्हा नेशनल पार्क की तारीफ भी की, जो पर्यटकों के लिए मशहूर है।
महिलाओं के लिए सम्मान और सुरक्षा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर महिला को सम्मान, सुरक्षा, और समृद्धि मिले। लाड़ली बहना योजना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। यह योजना महिलाओं को न सिर्फ पैसों की मदद देती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर परिवार और समाज में उनकी भूमिका को और मजबूत करती है।
योजना का लाभ कैसे मिलता है?
लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें हैं:
- महिला मध्यप्रदेश की निवासी होनी चाहिए।
- उसकी उम्र 21 से 60 साल के बीच होनी चाहिए।
- वह विवाहित, विधवा, तलाकशुदा, या परित्यक्ता हो सकती है।
- परिवार की सालाना आय 2.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- महिला का अपना बैंक खाता होना चाहिए, जो आधार से लिंक हो।
आवेदन के लिए आपको नजदीकी ग्राम पंचायत या वार्ड ऑफिस जाना होगा। वहां फॉर्म भरने में कोई पैसा नहीं लगता, और यह पूरी प्रक्रिया मुफ्त है।
भविष्य की उम्मीदें
मुख्यमंत्री ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में लाड़ली बहना योजना की राशि को और बढ़ाया जा सकता है, शायद 3000 रुपये तक।
साथ ही, लाड़ली बहना आवास योजना के तहत गरीब महिलाओं को पक्का मकान बनाने के लिए 1.30 लाख रुपये की मदद भी दी जा रही है।
यह सब दिखाता है कि मध्यप्रदेश सरकार महिलाओं की जिंदगी बेहतर बनाने के लिए कितनी मेहनत कर रही है।
निष्कर्ष: महिलाओं की ताकत, मध्यप्रदेश की शान
लाड़ली बहना योजना सिर्फ एक स्कीम नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश की महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद है। यह योजना उन्हें आर्थिक आजादी दे रही है, ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें। अगर आप या आपके परिवार की कोई महिला इस योजना का लाभ लेना चाहती है।
तो जल्दी से नजदीकी पंचायत में संपर्क करें cmladlibahna.mp.gov.in पर जाएं और आवेदन करें। आइए, इस योजना का हिस्सा बनें और मध्यप्रदेश की महिलाओं को और सशक्त करें!
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